AI New Course: अब स्कूलों में पढ़ाई जाएगी AI, 6वीं से 12वीं कक्षा, गांव-गांव के बच्चे सीखेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

AI New Course: अब से स्कूल के बच्चे भी सीखेंगे AI यानि की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब से छठी से 12वीं तक अब स्कूलों में पढ़ाई जाएगी AI, सरकार ने शुरू किया खास कोर्स। केंद्रीय सरकार के कौशल विकास मंत्रालय ने स्कूली बच्चों के लिए एक नई पहल की सुरुवात की है। सरकार ने इसे “स्किल फॉर एआई रेडीनेस कोर्स” नाम दिया गया है। आपको बता दें की सरकार ने इस कोर्स को छठी से 12वीं तक के छात्रों के लिए है। इस कोर्स को लाने का उद्देश्य है बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बुनियादी जानकारी देना। तो आइए जानतें हैं इस पुरे मामले के बारे में की सरकार ने क्या क्या फ़ैसला लिया है।

AI की पढ़ाई बच्चों के लिए क्यों जरुरी है

देखिये आज की जो दुनिया है वह तेजी से डिजिटल हो रही है। AI अब सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में उपयोगी बन चुकी है हर क्षत्र जैसे की शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, सुरक्षा आदि में अब हर चीज़ों में AI का इस्तमाल हो रहा है। इसलिए सरकार चाहती है की बच्चों को शुरू से ही AI से परिचित कराना जरूरी है, ताकि वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस कोर्स को NCVET (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग) ने डिजाइन किया है। रिपोर्ट के अनुसार इसमें 3 अलग-अलग मॉड्यूल छात्रों के लिए निर्धारित किया गया है और 1 विशेष मॉड्यूल शिक्षकों के लिए शामिल है। मॉड्यूल्स में AI की बेसिक जानकारी, इसके उपयोग और व्यावहारिक स्किल्स सिखाई जाएंगी।

इसके लिए शिक्षकों को खास ट्रेनिंग मिलेगी

आपको बता दें की सरकार ने निर्णय लिया है की तमाम स्कूलों के शिक्षकों को भी AI की जानकारी दी जाएगी ताकि वे छात्रों को बेहतर सिखा सकें। उनके लिए 45 घंटे की स्पेशल ट्रेनिंग रखी गई है। इससे उनकी AI साक्षरता (AI Literacy) बढ़ेगी।

आपको जानकारी के लिए बता दें की इस कोर्स में सरकार को तकनीकी सहयोग अलग अलग कंपनियों से मिल रहा है: अलग अलग कंपनी जैसे की Microsoft, NASSCOM, HCL इन कंपनियों की मदद से कोर्स को ज्यादा प्रभावी और अपडेटेड बनाया गया है ताकि बच्चों को जल्द से जल्द सिखाया जा सके। हमे पता चला है की कंपनी वालों ने इस कोर्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि शहरी और ग्रामीण – दोनों क्षेत्रों के बच्चे इसे आसानी से सीख सकेंगे। इसका मकसद है कि गांव-गांव तक AI की शिक्षा पहुंचे। सरकार का यह फ़ैसला डिजिटल इंडिया मिशन को भी मजबूत करेगा।

कोर्स लॉन्च के बारे में डिटेल जानकारी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस कोर्स को केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने लॉन्च किया। यह लॉन्चिंग Skill India Mission और Bharat SkillsNext 2025 प्रोग्राम के तहत हुई। लॉन्च के दौरान उन्होंने कहा कि इस पहल से भारत के बच्चे वैश्विक स्तर पर AI में नेतृत्व कर सकेंगे।

AI कोर्स को पूरा करने पर क्या होगा

अगर छात्र ये AI कोर्स कम्पलीट कर लगे तो उन्हें भविष्य की तकनीक की और अच्छे से समझ मिलेगी। छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिसिस, मशीन लर्निंग और बेसिक प्रोग्रामिंग जैसी स्किल्स सीख सकेंगे जो की आने वाली समय में हर जगह पर इस्तमाल होने वाल है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को डिजिटल सर्टिफिकेट भी मिलेगा। आपको बता दें की हर मॉड्यूल पूरा करने पर 0.5 क्रेडिट अंक दिए जाएंगे। शिक्षकों को ट्रेनिंग पूरी करने पर 1.5 क्रेडिट अंक मिलेंगे। यह क्रेडिट सिस्टम छात्रों और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए है।

इस कोर्स में बच्चों को क्या-क्या सिखाया जाएगा

इस कोर्स के ज़रिए छात्र सीख सकेंगे: डेटा एनालिसिस, मशीन लर्निंग की शुरुआत, प्रोग्रामिंग के बेसिक कांसेप्ट्स, AI टूल्स का इस्तेमाल कैसे करें और भी अलग अलग टॉपिक को कवर किया जाएगा। ये सारे वही टॉपिक हैं जो छात्रों को आने वाले भविष्य में बहुत मददगार साबित होंगी।

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