CBSE Big Update 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई ने छात्रों के लिए नया नियम लागू कर दिया है। यह नियम कक्षा एक से लेकर कक्षा दसवीं तक के छात्रों के लिए लाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक शैक्षणिक सत्र 2025 से लेकर 2026 के जितने भी पहली कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा की अभ्यर्थी हैं उनके लिए एक नया विषय बनाया गया है जिसका नाम “आर्ट इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट” है। इस प्रोजेक्ट को प्रत्येक बच्चों को बनाना अनिवार्य किया गया है। इसका मतलब है कि अब से जितने भी कक्षा 1 से लेकर दसवीं तक के बच्चे हैं अब उनको अपनी पढ़ाई के साथ-साथ कला से जुड़े प्रोजेक्ट को भी तैयार करेंगे होगा। आइए विस्तार पूर्वक जानते हैं इस नए नियम के बारे में, अंत तक बने रहें।
अपने से काफी लोग यही सोच रहे होंगे कि आखिर सीबीएसई ने इस नए नियम को क्यों लागू किया? सीबीएसई का कहना है कि इस नए नियम को लाने का मकसद बच्चों में कला, संस्कृति और क्रिएटिविटी जैसे लक्षण को बढ़ावा देना है। रिपोर्ट के मुताबिक नई शिक्षा नीति के तहत सीबीएसई ने इस फैसले को लागू किया है, ताकि तमाम सीबीएसई के छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ और ज्यादा रोचक और ज्यादा व्यावहारिक बनाया जा सके। आपको बता दे कि इस नए नियम का मकसद या नहीं है कि छात्रों को कलाकार बनाया जाए बल्कि सीबीएसई चाहती है कि छात्र अपने अंदर सीखने की नई कला, आदत और रचनात्मक सोच को और बढ़ावा दें ताकि भविष्य में वह और आगे जा सकें। सीबीएसई ने इस नए नियम को छात्रों को हित के लिए लागू किया है।
आर्ट इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार पूर्वक समझें
अब थोड़ा बहुत प्रोजेक्ट के बारे में समझते हैं। सीबीएसई ने प्रोजेक्ट से रिलेटेड कुछ महत्वपूर्ण बातों को भी बताया है जैसे कि सभी विद्यार्थियों को अपने अपने पढ़ाई के साथ-साथ भारतीय कला और संस्कृति से जुड़ा हुआ प्रोजेक्ट को बनाना अनिवार्य है। अभ्यर्थियों को यह प्रोजेक्ट बनाकर कला सेतु पोर्टल के आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। आपको बता दें कि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा का एडमिट कार्ड आप डाउनलोड नहीं कर पाएंगे। प्रोजेक्ट बनाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना है जैसे की प्रोजेक्ट में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री स्थानीय और कम खर्चीली होना चाहिए। प्रोजेक्ट बनाते समय पर्यावरण का भी खास ख्याल रखना है ताकि प्रोजेक्ट के तहत किसी भी छात्र के ऊपर आर्थिक बोझ ना उत्पन्न हो जाए।
प्रोजेक्ट का विषय क्या होगा या बच्चों के मन में सबसे बड़ा सवाल होगा। आपको बता दें कि प्रत्येक स्कूल में एक “भारत श्रेष्ठ भारत अभियान” लागू किया जाएगा। जिसके तहत छात्रों को दूसरे राज्य के कला और संस्कृति के ऊपर प्रोजेक्ट बनाना है। उदाहरण के तौर पर आप किस प्रकार समझ सकते हैं। अगर आप बिहार राज्य के छात्र हैं तो आप उत्तर प्रदेश राज्य के कला और संस्कृति के ऊपर प्रोजेक्ट बनाएंगे। अगर आप राजस्थान राज्य के छात्र हैं तो आपको गुजरात राज्य के कला और संस्कृति के ऊपर प्रोजेक्ट तैयार करना है।
इन राज्यों के इन केंद्रशासित प्रदेशों से किया गया है संयोजन
रिपोर्ट के मुताबिक सीबीएसई ने हर राज्य को एक दूसरे राज्य के केंद्रशासित प्रदेश से जोड़ा है। यानी की सीबीएसई ने प्रत्येक राज्य को एक दूसरे राज्य से जोड़ा है ताकि बच्चों को उन्हें राज्य के कला और संस्कृति के ऊपर प्रोजेक्ट बनाना है।
राज्य / केंद्रशासित प्रदेश | जुड़ा हुआ राज्य / केंद्रशासित प्रदेश |
जम्मू कश्मीर | गुजरात |
पश्चिम बंगाल | तमिलनाडु |
छत्तीसगढ़ | केरल |
हिमाचल प्रदेश | दादर एवं नागर हवेली, दमन एवं दीव |
उत्तराखंड | पुडुचेरी |
तेलंगाना | झारखंड |
राजस्थान | नगालैंड |
महाराष्ट्र | सिक्किम |
गोवा | मेघालय |
दिल्ली | लक्ष्यदीप, अंडमान एवं निकोबार द्वीप |
मध्य प्रदेश | बिहार |
चंडीगढ़ | त्रिपुरा एवं मिजोरम |
असम | आंध्र प्रदेश |
उत्तर प्रदेश | अरुणालचल प्रदेश |
हरियाणा | मणिपुर |
कर्नाटक | लद्दाख |
ओडिसा | पंजाब |