NEET उम्मीदवारों को बड़ा झटका! नामी मेडिकल कॉलेज की सभी सीटें 2025 से हुई रद्द, जाने वजह NEET Counselling Big News

NEET Counselling Big News: नीट काउंसलिंग प्रकिया से पहले नीट स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण अपडेट सामने आ रहा है। आपको बता दें की दिल्ली के मेडिकल छात्रों को बड़ा झटका मिला है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जामिया हमदर्द की MBBS सीटें रद्द कर दी गई है। जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी ने 2025-26 सत्र के लिए अपने मेडिकल कॉलेज HIMSR (Hamdard Institute of Medical Sciences & Research) की सभी सीटें रद्द कर दी हैं। बता दें की इसमें 150 MBBS और 49 PG (पोस्ट ग्रेजुएट) सीटें शामिल थीं। रिपोर्ट के अनुसार रद्द करने वाला ये फैसला NEET काउंसलिंग शुरू होने से ठीक पहले लिया गया, इस न्यूज़ के बाहर आते ही तमाम छात्रों में हड़कंप मच गया। आइए विस्तार पूर्वक जानते हैं इस मामले के ऊपर की क्यों लिया गया या फैसला इस फैसले से क्या नुकसान या फायदा हो सकता है।

आखिर क्यों लिया गया ये फैसला

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार HIMSR में वित्तीय गड़बड़ी, नियमों की अनदेखी और प्रशासनिक समस्याओं के कारण यूनिवर्सिटी ने ये कदम उठाया। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, NMC (National Medical Commission) की संभावित सीट लिस्ट में HIMSR की सीटें “शून्य” (0) दिखाई गई हैं। आपको बता दें की 6 जून को NMC को भेजे गए पत्र में विश्वविद्यालय ने कहा कि अब HIMSR के प्रशासन और एडमिशन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। कारण यह बताया गया कि कुछ बाहरी लोग अनधिकृत हस्तक्षेप कर रहे हैं, जिससे प्रक्रिया बिगड़ गई।

कुलपति प्रो. मोहम्मद अफशर आलम ने कहा कि HIMSR प्रबंधन UGC (University Grants Commission) के नियमों का पालन नहीं कर रहा है। यूनिवर्सिटी का कहना है कि जब तक मामला कोर्ट में है, वह नए छात्रों का पंजीकरण नहीं करेगी। CAG (Comptroller and Auditor General) की ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया कि HIMSR और HAH सेंटेनरी हॉस्पिटल के लिए मिले 813 करोड़ रुपये में गंभीर गड़बड़ी हुई है। यह फंड हमदर्द एजुकेशन सोसाइटी को ट्रांसफर कर दिया गया, जो UGC के नियमों का उल्लंघन है। इसे छात्रों और शिक्षकों के लिए हानिकारक बताया गया।

कोर्ट में मामला, सीटें हटाईं गईं मैट्रिक्स से

रिपोर्ट के मुताबिक़ जामिया हमदर्द ने अदालत में याचिका दी है कि उनकी वेबसाइट और एडमिशन से जुड़ी चीजों का गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है। दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार की उस टिप्पणी को दर्ज किया जिसमें कहा गया कि HIMSR को कानूनी विवादों के चलते NEET की सीट मैट्रिक्स से बाहर कर दिया गया है। एक व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया कि HIMSR ने दिल्ली के छात्रों के लिए तय 85% आरक्षण का पालन नहीं किया। इसके बजाय इन सीटों पर अखिल भारतीय कोटे और NRI कोटे के तहत नामांकन किया गया।

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