UP Balbatika School Merge News: लगभग 10827 स्कूलों में होंगे 1 लाख से अधिक संविदा टीचर तैनात! सुनहरा मौका

UP Balbatika School Merge News: उत्तर प्रदेश सरकार में बाल वाटिका स्कूल की शुरुआत की है। यूपी के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों को अब प्री प्राइमरी शिक्षा देने वाले बाल वाटिका स्कूल में तब्दीन किया जा रहा है। खबर आ रही है की, स्कूलों को पास के किसी अन्य स्कूलों में मर्ज कर दिया जाएगा, अब उनका उपयोग 3 साल से 6 साल के बच्चों को पढ़ने के लिए किया जाएगा। सरकार ने छोटे छोटे बच्चों के हित के लिए इस फैसला को लिया है। यानी कि उस खाली स्थान में बाल वाटिकाओं की स्थापना की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट की माने तो स्कूलों के 50 मीटर के दायरे में जितने भी आंगनबाड़ी केंद्र हैं, उन्हें इन खाली स्कूलों में स्थानांतरित किये जाने का निर्णय बनाया गया है। इस तमाम स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने का कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और संविदा ECCE की शिक्षकों के द्वारा किया जाएगा ताकि उनका भविष्य सही हो सके।

बच्चों को क्या फायदा मिलेगा

इस निर्णय से अब छोटे बच्चों को घर के पास ही बाल वाटिका स्कूल में निःशुल्क प्री-प्राइमरी शिक्षा मिलेगी। इससे बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा मजबूत होगी और उन्हें आगे की कक्षाओं में जाने के लिए बेहतर तैयारी मिलेगी। आपको बता दें की प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को पास के स्कूलों में मर्ज किया जा रहा है। मर्ज हो चुके स्कूलों का भौतिक सत्यापन (Ground Report) किया जा रहा है। सत्यापन के बाद इन स्कूलों को बालवाटिका के रूप में शुरू किया जा रहा है।

संविदा एजुकेटरों को किये जाएंगे नियुक्ति

बात करें संविदा एजुकेटरों की तो आपकी जानकारी के लिए बता दे इस योजना के तहत तकरीबन 1,10,000 संविदा एजुकेटरों को नियुक्त किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक पहले चरण में 8,800 से लेकर 10,000 संविदा शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी जिसका प्रक्रिया भी लगभग शुरू हो चुका है। पूरे 1 लाख संविदा शिक्षकों को अलग-अलग चरणों में नियुक्त किया जाएगा। खबर यह भी सामने आ रही है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष ECCE प्रशिक्षण (अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन) दिया जाएगा, ताकि तमाम संविदा एजुकेटर बच्चों को और बेहतर तरीके से और ढंग से पढ़ा सके।

कितने स्कूलों को किया जाएगा मर्ज

मीडिया रिपोर्ट की माने तो उत्तर प्रदेश में अब तक तकरीबन 10827 स्कूलों को मार्च कर दिया गया चुका है। उन्ही स्कूलों को मर्ज किया गया है जिसमें बच्चों की संख्या काफी कम थी, या बच्चों की कम संख्या से कारण उसे बंद करना था। इसलिए उन तमाम स्कूलों को किसी पास के स्कूलों के साथ मर्ज कर दिया गया है। अब इस स्कूल में बाल वाटिकाएं के रूप में छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाया जाएगा। आप में से काफी लोग या सो रहे होंगे कि कब से यह योजना को लागू किया जाएगा, तो रिपोर्ट के अनुसार आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले चरण की प्रक्रिया सरकार की तरफ से जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। आंगनबाड़ी केंद्रों को स्थानांतरित कर बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू की जा रही है। धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में यह योजना व्यापक स्तर पर लागू की जाएगी।

Leave a Comment

WhatsApp ग्रुप से जुड़ें!